Jala Sain Amaliya Pakine Lyrics | Seema Mishra | Hathleva Vol 3

Jala Sain Amaliya Pakine Lyrics | Seema Mishra | Hathleva Vol 3

Jala Sain - Amaliya Pakine Song by Seema Mishra from Hathleva Vol 3

Song Info:
Song - Jalla Sain - Amaliya Pakine
Singer - Seema Mishra
Music - Ramlal Mathur
Lyrics - Traditional 
Producer - K.C. Maloo
Label - Veena Music
Copyright - Oriental Audio Visual Electronics
Audio Release Date: 1/1/2002

Jala Sain - Amaliya Pakine Lyrics:

Jala Sain - Amaliya Pakine Lyrics in Hindi with Translation:

जला सैंण आमलिया, पाकीने अब रुत आई र,
म्हारी जोड़ी रा जला, मिरगा नैणी रा जला,
म्हे तो राजरा, डेरा निरखण आई रे जला।

आप मेरी जोड़ी के भरतार हो, अब प्रेम की ऋतू (ऋतू=मौसम ) आई हैं। म्हारी जोड़ी रा जला (जला =जोड़ीदार/साथी )। 
मृग (मृग=हिरणी ) नयनी के जैसी आँखों वाली रानी के पति। 
मै तो राजाजी की जगह को देखने आई थी।  (डेरा =जगह , निरखण =देखना )

जला सैणं  राजा मायलो राज भलो राठौरी रे,
म्हारी जोड़ी रा जला, मिरगा नैणी रा जला ...
राजा मायलो राज भलो राठौरी रे जला।

राजाओं में सबसे उत्तम राज राठोड़ों का है। (भलो =अच्छा , उत्तम , बढ़िया )

जला सैंण शहरां मायलो, शहर भलो जोधाणो रे,
म्हारी जोड़ी रा जला, मिरगा नैणी रा जला...
शहरां मायलो शहर भलो, जोधाणो रे जला। 

जितने भी शहर हैं, उनमें जोधपुर शहर सबसे उत्तम हैं। 

जला सैंण राण्या मायली, राणी भली भटियाणी रे
म्हारी जोड़ी रा जला, मिरगा नैणी रा जला...
राण्या मायली, राणी भली भटियाणी रे, जला।

आपकी जितनी भी रानियाँ हैं उनमे रानी भटियानी रानी ही  बहुत सुन्दर और अच्छी  हैं।

जला सैंण छीटां मायली, छीट भली मुल्तानी रे
म्हारी जोड़ी रा जला, मिरगानैणी रा जला...
छीटां मायली कीट भली मुल्तानी रे जला। 

राजपूती परिधान में 'छींट' के कपड़ों में मुल्तानी सबसे सुन्दर / उत्तम है। मुल्तानी छींट का कपड़ा सबसे सुन्दर/ अच्छा है।

जला सैंण कुवड़ियाँ रो, ठंडो इमरत पाणी रे,
म्हारी जोड़ी रा जला, मिरगानैणी रा जला...
कुवड़ियाँ रो ठंडो इमरत पाणी रे जला। 

जितने भी पानी के स्त्रोत हैं उनमें से छोटी कुई (छोटा कुआ) का पानी सबसे मीठा और अमृत के जैसा है।

जला सैंण ठंडो पाणी म्हारा सायब जी ने पाई रे, 
म्हारी जोड़ी रा जला, मिरगानैणी रा जला...
ठंडो पाणी म्हारा सायब जी ने पाई रे जला।

जितने भी पानी के स्त्रोत हैं उनमें से छोटी कुई (छोटा कुआ) का पानी सबसे मीठा और अमृत के जैसा है, उस पानी को पति को जरूर पिलाना। 

जला सैंण आमलिया, पाकीने अब रुत आई र,
म्हारी जोड़ी रा जला, मिरगा नैणी रा जला,
म्हे तो राजरा, डेरा निरखण आई रे जला।

Full Audio Song: Jala Sain Amaliya Pakine

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